यह मामला जेड यू अल्वी की ओर से दाखिल आरटीआई अर्जी का था जिसमें भोपाल के अंतिम शासक नवाब हमीदुल्ला खान के 15 अगस्त 1955 को लिखे पत्र की प्रति, विलय समझौते के दस्तावेज, 1956 में लिखे गए एक अन्य पत्र और भोपाल के नवाब के उनकी पत्नी आफताब जहां बेगम को तोहफे में दी गई इमारत रियाज मंजिल का उपहार पत्र मांगा गया था।